नमस्कार दोस्तों! आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे AI टूल की, जिसने इंटरनेट पर तहलका मचा रखा है। नाम है Cluely AI! ये AI आपको जॉब इंटरव्यू, एग्जाम, सेल्स कॉल्स, और यहाँ तक कि डेटिंग में भी रियल-टाइम में मदद करने का दावा करता है। इसका स्लोगन है - "Start cheating. Because when everyone does, no one is." यानी, "चीटिंग शुरू करो, क्योंकि जब सब करेंगे, तो कोई नहीं कर रहा होगा।" विचित्र लगा? मुझे भी! तो चलो समझते हैं Cluely AI क्या है, कैसे काम करता है और भविष्य पर इसका क्या असर पड़ेगा?
क्या है Cluely AI और कैसे काम करता है?
Cluely AI एक नई स्टार्टअप है, जिसे दो पूर्व कोलंबिया यूनिवर्सिटी के दो स्टूडेंट्स - Chungin "Roy" Lee और Neel Shanmugam ने बनाया है। Cluely की खासियत ये है कि एक इनविजिबल ब्राउजर विंडो में चलता है, जिसे स्क्रीन शेयर करने पर भी सामने वाला देख नहीं सकता। यूजर जैसे ही इंटरव्यू या परीक्षा में सवाल देखता है, Cluely app पीछे से सक्रिय हो जाता है और AI की मदद से जवाब खोजकर दे देता है कंपनी खुलेआम इसे अपने विज्ञापन ने प्रदर्शित कर रही है, यही कारण है लोग इसे Cheat AI app भी बोल रहे हैं।
इसका इस्तेमाल कहाँ-कहाँ हो सकता है?
- जॉब इंटरव्यू: खासकर कोडिंग इंटरव्यू(Leetcode जैसे प्लेटफार्म पर) में सवालों के जवाब ढूंढने के लिए।
- ऑनलाइन एग्जाम: कंपनी के प्रचार की माने तो, क्लूली एग्जाम के दौरान सवाल समझने और उत्तर तैयार करने में मदद कर सकता है।
- सेल्स कॉल्स और मीटिंग: बिजनेस मीटिंग या फोन कॉल के दौरान क्लूली साइलेंटली बोलने लिखने में मदद कर सकता है, क्योंकि यह स्क्रीन पर दिखाई नहीं देता, सामने वाले को इसका पता नहीं चल पाता।
- डेटिंग: हाँ भाई 🤣, एक डेमो वीडियो में दिखाया गया कि ये डेट पर भी आपकी मदद कर सकता है। जैसे, आपकी डेट के इंटरेस्ट्स के बारे में बता दे और बातचीत के लिए सुझाव दे दे।
लेकिन ये सब सुनने में जितना मज़ेदार लगता है, उतना ही सवाल भी खड़ा करता है। आखिर ये टूल "चीटिंग" को बढ़ावा दे रहा है, तो क्या ये सही है?
क्या "चीटिंग" को नॉर्मलाइज किया जा रहा है?
Cluely AI का पूरा फंडा "चीटिंग को आसान बनाना" है। इनके मेनिफेस्टो में लिखा है, "फैक्ट्स याद करने की क्या ज़रूरत, कोड लिखने की क्या ज़रूरत, रिसर्च करने की क्या ज़रूरत - जब AI इसे सेकंड्स में कर सकता है?" इनका मानना है कि जैसे पहले कैलकुलेटर, स्पेलिंग चेकर, और गूगल सर्च को "चीटिंग" माना जाता था, लेकिन बाद में वो नॉर्मल हो गए, वैसे ही Cluely भी भविष्य में आम हो जाएगा। कुछ लोग इसे गेम-चेंजर मान रहे हैं, तो कुछ लोग इसे धोखाधड़ी का नया उपकरण मान रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग इसे "डिस्टोपियन Black Mirror सीरीज" जैसा तक कह रहे हैं।
कौन हैं क्लूली के पीछे: फाउंडर्स और इनीशियल आइडिया
Cluely AI के फाउंडर्स की कहानी भी कम रोचक नहीं है। Roy Lee और Neel Shanmugam पहले "Interview Coder"(जोकि बाद में क्लूली बना) नाम का एक टूल बना चुके थे, जो कोडिंग इंटरव्यू में चीटिंग के लिए था, रॉय ने दावा किया कि इसी टूल की मदद से उसने Amazon, Meta, TikTok जैसी कंपनीज के इंटरव्यूज को पास किया। इसके चलते इन्हें कोलंबिया यूनिवर्सिटी से सस्पेंड कर दिया गया था, और बाद में इन्होंने ड्रॉपआउट कर लिया और पूरा ध्यान अपने प्रोजेक्ट(क्लूली) पर केंद्रित करते हुए कंपनी का हेड ऑफिस सैन फ्रांसिस्को में खोला, क्योंकि अब तक Cluely सीड फंडिंग से $5.3 मिलियन जुटा चुका था।
Roy Lee खुद को "AI मैक्सिमलिस्ट" कहते हैं। उनका कहना है कि AI भविष्य है, और वो एक ऐसा वर्ल्ड बनाना चाहते हैं जहाँ रट्टा मारने और पुराने स्कूल सिस्टम की ज़रूरत न हो। वो कहते हैं, "शुरुआत में ये चीटिंग लगेगा, लेकिन अगर हम जीत गए, तो कोई इसे चीटिंग नहीं मानेगा।" उनके हिसाब से, भविष्य में पूरा K-12 एजुकेशन सिस्टम खत्म हो जाएगा।
आलोचना और चिंता के मुख्य बिंदु
- विश्वास और ईमानदारी में गिरावट: विशेषज्ञों का कहना है कि Cluely धोखाधड़ी को बढ़ावा देता है और एजुकेशन तथा जॉब सिलेक्शन प्रक्रियाओं में विश्वास को कमजोर कर सकता है।
- लीगल और प्राइवेसी इश्यूज: Cluely वीडियो कॉल रिकॉर्डिंग और डेटा प्रोसेसिंग करता है जोकि बिना सामने वाले की सहमति करना गैरकानूनी है, Cluely से यूजर बातचीत को क्लाउड पर भेज सकता है जोकि प्राइवेसी का हनन हो सकता है।
इन आलोचनाओं ने AI डेवलपमेंट में नैतिक दुविधाओं के कुछ नए और ठोस प्रश्न खड़े कर दिए हैं। क्या AI जैसे टेक्नोलॉजी हमारी लर्निंग प्रॉसेस और प्रॉब्लम सॉल्विंग को आसान बनाने के लिए है, या धोखाधड़ी का नया टूल है?
फाउंडर्स का डिफेंस: स्पष्टीकरण
Roy Lee ने क्रिटिक्स को जवाब देते हुए कहा कि Cluely को वो कैलकुलेटर और गूगल जैसा मानते हैं, जो पहले "चीटिंग" लगते थे, लेकिन बाद में नॉर्मल हो गए। उनका कहना है कि AI भविष्य में इतना आम हो जाएगा कि चीटिंग को चीटिंग नहीं माना जाएगा। वो कहते हैं, "जो लोग AI को सही से यूज़ करना सीखेंगे, वही भविष्य में जीतेंगे।"
क्या ये टूल सच में काम करता है?
अब सवाल ये है कि क्या Cluely सच में इतना शानदार है जितना दावा करता है? कई यूजर्स द्वारा की गई इसकी इनीशियल टेस्टिंग के इसमें कई दिक्कतें रिपोर्ट की गई हैं, जैसे, ऑडियो में प्रॉब्लम्स थीं, जवाब आने में देरी होती थी, और कई बार जवाब इतने अच्छे नहीं थे जितने एक साधारण गूगल सर्च से मिल सकते हैं। लोगों ने चुटकी लेते हुए कहा, "इससे आसान तो चीटिंग ना करना होता!" लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि ये प्रोडक्ट अभी अपने इनीशियल फेज और डेवलपमेंट में है।
Roy Lee के हिसाब से जो भी विज्ञापन पब्लिक देख रही है वो सिर्फ उनके विशन का प्रेजेंटेशन है ना कि Cluely की पूरी क्षमता का प्रदर्शन।
Cluely AI की फंडिंग रिपोर्ट
विवादों के बावजूद, Cluely AI ने मार्केट में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके सीईओ का दावा है कि टूल ने $3 मिलियन की सालाना रेवेन्यू जेनरेट कर ली है। 80,000 से ज़्यादा लोग इसके फ्री अकाउंट के लिए साइन अप कर चुके हैं, और 700 से ज़्यादा पेइंग सब्सक्राइबर्स हैं। $5.3 मिलियन की फंडिंग भी इसकी सक्सेस की कहानी बयान करती है।
Cluely AI कई बड़े सवाल खड़े करता है:
- एजुकेशन: क्या स्टूडेंट्स की असली समझ को टेस्ट करना मुश्किल हो जाएगा? क्या रट्टा मारने की ज़रूरत खत्म हो जाएगी?
- जॉब्स: क्या एम्प्लॉयर्स उम्मीदवारों पर भरोसा कर पाएँगे? क्या इंटरव्यू की वैल्यू कम हो जाएगी?
- रिश्ते: अगर आप डेट पर भी AI से मदद लें, तो क्या असली कनेक्शन बनेगा?
- सोसाइटी: क्या "चीटिंग" की परिभाषा बदल जाएगी? क्या लोग AI पर ज़्यादा डिपेंड हो जाएँगे?
कुछ लोग कहते हैं कि ये टूल भविष्य में नॉर्मल हो सकता है, जैसे आज कैलकुलेटर है। लेकिन कई लोग मानते हैं कि ये ईमानदारी और स्किल्स की वैल्यू को खत्म कर देगा।
Cluely AI का सेल्स कॉल्स में इस्तेमाल
हालाँकि Cluely को "चीटिंग टूल" के तौर पर प्रोमोट किया जा रहा है, लेकिन कुछ लोग इसे प्रोफेशनल सेटिंग्स में यूज़फुल मान रहे हैं। ये सेल्स कॉल्स में रियल-टाइम गाइडेंस देता है, जैसे:
- पिच सजेशन्स देना।
- क्लाइंट के सवालों का जवाब सुझाना।
- कॉल के बाद फॉलो-अप ईमेल ड्राफ्ट करना।
ये टूल Zoom, Google Meet, और Microsoft Teams के साथ इंटीग्रेट होता है, और सेल्स मैनेजर्स को रियल-टाइम में अपनी टीम को कोच करने की सुविधा देता है। लेकिन सवाल वही है - क्या ये एथिकल है?
Quick Facts:
- लॉन्च: 2025 की शुरुआत
- फंडिंग: $5.3 M seed
- मुख्य फीचर: Undetectable स्क्रीन-और-ऑडियो असिस्ट
- यूज़-केस: कोडिंग इंटरव्यू, ऑनलाइन एग्जाम, सेल्स कॉल, डेटिंग
- विवाद: नैतिकता, गोपनीयता, शिक्षा में धोखाधड़ी
- तकनीकी लिमिट: Latency, ऑडियो ग्लिच, generic answers
निष्कर्ष
Cluely AI एक ऐसा टूल है जो AI को हमारी ज़िंदगी में एक नए तरीके से ला रहा है। इसका "चीटिंग" को प्रमोट करना भले ही विवादास्पद हो, लेकिन ये हमें सोचने पर मजबूर करता है कि AI के इस दौर में "सही" और "गलत" के बीच लाइन कहाँ खींची जाए और AI एथिक्स पर लिखी गई सैकड़ों किताबों का क्या?
इसके फाउंडर्स इसे भविष्य का हिस्सा मानते हैं, लेकिन क्रिटिक्स इसे "Cheating as a Service" का नाम दे रहे हैं।
अभी तो ये शुरुआती दौर में है, और तकनीकी दिक्कतें भी हैं। लेकिन एक बात पक्की है - Cluely ने लोगों का ध्यान खींचा है, और ये लगातार चर्चा में बना रहेगा।
तो आप क्या सोचते हो? क्या Cluely AI जैसा टूल भविष्य का हिस्सा बनेगा, या ये बस एक हवा का झोंका है? कमेंट में ज़रूर बताना!
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